tag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post8212592672952124007..comments2024-02-25T22:22:15.999-08:00Comments on मनोरमा: नित नितश्यामल सुमनhttp://www.blogger.com/profile/15174931983584019082noreply@blogger.comBlogger26125tag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post-71418087501791980772010-05-20T02:18:09.757-07:002010-05-20T02:18:09.757-07:00हों पूरे या रहे अधूरे मरे कभी ना सपना,
जीवन में नि...हों पूरे या रहे अधूरे मरे कभी ना सपना,<br />जीवन में नित नित बढ़ते हैं सपनों से विश्वास।।<br /><br />शानदार रचना..स्वातिhttps://www.blogger.com/profile/06459978590118769827noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post-51020293104837326622010-05-19T07:34:10.546-07:002010-05-19T07:34:10.546-07:00'पूरे होते उसके सपने लगन हो जिसमे खास।'
...'पूरे होते उसके सपने लगन हो जिसमे खास।'<br /><br /> - और यह लग्न कम लोगों में होती है.hempandeyhttp://www.shakunaakhar.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post-16060667686198532312010-05-14T11:18:06.146-07:002010-05-14T11:18:06.146-07:00सुन्दर भाव और अभिव्यक्ति के साथ आपने शानदार रूप से...सुन्दर भाव और अभिव्यक्ति के साथ आपने शानदार रूप से प्रस्तुत किया है! लाजवाब रचना !Urmihttps://www.blogger.com/profile/11444733179920713322noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post-27992118773137831982010-05-13T10:21:15.068-07:002010-05-13T10:21:15.068-07:00mere khayaal se ye YAMAK ALAKAAR ka prayog hai. jo...mere khayaal se ye YAMAK ALAKAAR ka prayog hai. jo bahut bahut acchha laga.अनामिका की सदायें ......https://www.blogger.com/profile/08628292381461467192noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post-13882231334781893072010-05-12T02:48:35.280-07:002010-05-12T02:48:35.280-07:00चाह सुमन की कभी न काँटे लगे सुमन के दामन।
सुमन सोच...चाह सुमन की कभी न काँटे लगे सुमन के दामन।<br />सुमन सोचता ऐसा हो तो जीवन लगे सुहावन।<br /><br /><br />सचमुच ऐसा हो तो फिर बात ही क्या....<br /><br />सुन्दर रचना....वाह...रंजनाhttps://www.blogger.com/profile/01215091193936901460noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post-9584292250576350662010-05-11T23:40:37.454-07:002010-05-11T23:40:37.454-07:00ज्ञानदत्त पांडे ने लडावो और राज करो के तहत कल बहु...ज्ञानदत्त पांडे ने लडावो और राज करो के तहत कल बहुत ही घिनौनी हरकत की है. आप इस घिनौनी और ओछी हरकत का पुरजोर विरोध करें. हमारी पोस्ट <a href="http://dhaporsankh.blogspot.com/2010/05/2.html" rel="nofollow">"ज्ञानदत्त पांडे की घिनौनी और ओछी हरकत भाग - 2" </a>पर आपके सहयोग की अपेक्षा है. <br /><br />कृपया आशीर्वाद प्रदान कर मातृभाषा हिंदी के दुश्मनों को बेनकाब करने में सहयोग करें. एक तीन लाईन के वाक्य मे तीन अंगरेजी के शब्द जबरन घुसडने वाले हिंदी द्रोही है. इस विषय पर बिगुल पर <a href="http://sonirajkumar.blogspot.com/2010/05/blog-post_11.html" rel="nofollow">"ज्ञानदत्त और संजयदत्त"</a> का यह आलेख अवश्य पढें.<br /><br />-ढपोरशंखढपो्रशंखhttps://www.blogger.com/profile/14074234658513322278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post-63745021859425478782010-05-11T21:30:58.235-07:002010-05-11T21:30:58.235-07:00सुन्दर रचना पढ़वाने के लिए आभार!सुन्दर रचना पढ़वाने के लिए आभार!डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post-86642875989945345012010-05-11T20:32:30.138-07:002010-05-11T20:32:30.138-07:00एक अपील:
विवादकर्ता की कुछ मजबूरियाँ रही होंगी अत...एक अपील:<br /><br /><b>विवादकर्ता की कुछ मजबूरियाँ रही होंगी अतः उन्हें क्षमा करते हुए विवादों को नजर अंदाज कर निस्वार्थ हिन्दी की सेवा करते रहें, यही समय की मांग है.<br /></b><br />हिन्दी के प्रचार एवं प्रसार में आपका योगदान अनुकरणीय है, साधुवाद एवं अनेक शुभकामनाएँ.<br /><br />-समीर लाल ’समीर’Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post-11223132363106221412010-05-11T19:13:22.471-07:002010-05-11T19:13:22.471-07:00आम-आदमी के जीवन से हुआ आम अब दूर।
दाम बढ़े हैं आम ...आम-आदमी के जीवन से हुआ आम अब दूर।<br />दाम बढ़े हैं आम के ऐसे आम-लोग मजबूर।<br />waahरश्मि प्रभा...https://www.blogger.com/profile/14755956306255938813noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post-42242982745379266592010-05-11T14:57:11.959-07:002010-05-11T14:57:11.959-07:00हो पूरे या रहें अधूरे मरे कभी न सपना
जीवन में नि...हो पूरे या रहें अधूरे मरे कभी न सपना <br /> जीवन में नित नित बढ़ते है सपनो से विशवास<br /> चाह सुमन की कभी न काँटे लगे सुमन के दामन<br /> सुमन सोचता ऐसा हो तो जीवन लगे सुहावन<br /> सपनो की आस से एक घंटी के बजते ही सांस आनी शुरू होती हैगुड्डोदादीnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post-67906258575587657272010-05-11T14:47:12.250-07:002010-05-11T14:47:12.250-07:00पूरे होते उसके सपने लगन हो जिससे खास
कहीं अधूरे...पूरे होते उसके सपने लगन हो जिससे खास <br /> कहीं अधूरे हो सपने तो जीवन लगे उदास <br /> सपने पूरे ,<br /> समुन्द्री हिल्लोरें है <br /> बहुत ही लगन से लिखी हैगुड्डोदादीnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post-44038782568716294212010-05-11T14:42:45.233-07:002010-05-11T14:42:45.233-07:00वाह श्यामल जी..उम्दा!वाह श्यामल जी..उम्दा!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post-15496417489823896562010-05-11T12:23:12.581-07:002010-05-11T12:23:12.581-07:00चाह सुमन की कभी न काँटे लगे सुमन के दामन।
सुमन सोच...चाह सुमन की कभी न काँटे लगे सुमन के दामन।<br />सुमन सोचता ऐसा हो तो जीवन लगे सुहावन।<br />मगर नियति ने सुमन को पलना काँटों बीच सिखाया,<br />सु-मन सुमन का नित नित हो तो खुशियाँ आये आँगन।।<br /><br />मन के अन्दर ..घुस गयी ये पंक्तिया .....निकल ही नहीं रही ..???Rahttps://www.blogger.com/profile/08726389437723424230noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post-80235434837112840912010-05-11T12:14:48.217-07:002010-05-11T12:14:48.217-07:00बेहद उम्दा रचना !! बधाइयाँ !!बेहद उम्दा रचना !! बधाइयाँ !!शिवम् मिश्राhttps://www.blogger.com/profile/07241309587790633372noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post-2976417860997321702010-05-11T11:59:53.886-07:002010-05-11T11:59:53.886-07:00बहुत सुंदर रचना जी
धन्यवादबहुत सुंदर रचना जी<br />धन्यवादराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post-11333792143121257652010-05-11T11:28:20.136-07:002010-05-11T11:28:20.136-07:00बहुत बढ़िया लिखा हैं आपने.
छोटी कविता में भी बड़ी ब...बहुत बढ़िया लिखा हैं आपने.<br />छोटी कविता में भी बड़ी बात कह जाते हैं आप.<br />यही आपकी खासियत भी हैं.<br />धन्यवाद.<br />WWW.CHANDERKSONI.BLOGSPOT.COMचन्द्र कुमार सोनीhttps://www.blogger.com/profile/13890668378567100301noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post-38479270141546777992010-05-11T10:42:20.899-07:002010-05-11T10:42:20.899-07:00आम-आदमी के जीवन से हुआ आम अब दूर।
दाम बढ़े हैं आम ...आम-आदमी के जीवन से हुआ आम अब दूर।<br />दाम बढ़े हैं आम के ऐसे आम-लोग मजबूर।<br />सरकारें तो आम-लोग की शासक होते खास,<br />आम-लोग मुझाये नित नित यह शासन दस्तूर।।<br /><br />प्रभावशाली रचना....बढ़िया लगी..बधाईविनोद कुमार पांडेयhttps://www.blogger.com/profile/17755015886999311114noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post-24655683810460322172010-05-11T09:44:55.407-07:002010-05-11T09:44:55.407-07:00हों पूरे या रहे अधूरे मरे कभी ना सपना,
जीवन में नि...हों पूरे या रहे अधूरे मरे कभी ना सपना,<br />जीवन में नित नित बढ़ते हैं सपनों से विश्वास।।<br />बहुत सरस और सुंदर रचना।<br />विश्वास वह पक्षी है जो प्रभात के पूर्व अंधकार में ही प्रकाश का अनुभव करता है और गाने लगता हैमनोज कुमारhttps://www.blogger.com/profile/08566976083330111264noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post-54626688023414361022010-05-11T09:31:19.980-07:002010-05-11T09:31:19.980-07:00छोटी, सुन्दर और सुगढ़ ।छोटी, सुन्दर और सुगढ़ ।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post-22456453881912878072010-05-11T08:57:56.932-07:002010-05-11T08:57:56.932-07:00बढ़िया है भाई ...बढ़िया है भाई ...अमिताभ मीतhttps://www.blogger.com/profile/06968972033134794094noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post-49412636961325566982010-05-11T07:54:50.978-07:002010-05-11T07:54:50.978-07:00Sorry,khoon ko khoob padhiygaa,Sorry,khoon ko khoob padhiygaa,पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post-63596330254084573732010-05-11T07:45:28.033-07:002010-05-11T07:45:28.033-07:00बहुत ही प्रेरणाप्रद कविता सर.. आजकल ऐसी कवितायें अ...बहुत ही प्रेरणाप्रद कविता सर.. आजकल ऐसी कवितायें अन्य कवियों की कलम से कम ही निकलती दिखती हैं..दीपक 'मशाल'https://www.blogger.com/profile/00942644736827727003noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post-11261302254826004692010-05-11T07:42:32.381-07:002010-05-11T07:42:32.381-07:00आम-आदमी के जीवन से हुआ आम अब दूर।
दाम बढ़े हैं आम ...आम-आदमी के जीवन से हुआ आम अब दूर।<br />दाम बढ़े हैं आम के ऐसे आम-लोग मजबूर।<br />आम आदमी के हिस्से आम कहाँ?<br />बहुत सुन्दरM VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post-43490358940449128302010-05-11T07:42:32.380-07:002010-05-11T07:42:32.380-07:00अति सुन्दर रचना !अति सुन्दर रचना !Indranil Bhattacharjee ........."सैल"https://www.blogger.com/profile/01082708936301730526noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-232158537112974116.post-68942520163393414162010-05-11T07:12:05.052-07:002010-05-11T07:12:05.052-07:00चाह सुमन की कभी न काँटे लगे सुमन के दामन।
सुमन सोच...चाह सुमन की कभी न काँटे लगे सुमन के दामन।<br />सुमन सोचता ऐसा हो तो जीवन लगे सुहावन।<br />मगर नियति ने सुमन को पलना काँटों बीच सिखाया,<br />सु-मन सुमन का नित नित हो तो खुशियाँ आये आँगन।। <br /><br />Bahut khoon suman ji kaayaa kahne dil ko chhoon gai !पी.सी.गोदियाल "परचेत"https://www.blogger.com/profile/15753852775337097760noreply@blogger.com