Monday, September 2, 2019

कल से आज, आज से कल है

एक बात जो सत्य अटल है
कल से आज, आज से कल है

आज जिन्दगी जी भर जी ले
होता जीवन तभी सफल है

सच को जीना काम कठिन पर
झूठे का मन सदा विकल है

अपना सुख, दुख, प्यार, मुहब्बत
जीवन पथ पर इक संबल है

आँखें जिनसे चार हुईं थीं
उनसे मिलने की हलचल है

बिना पढ़े ज्ञानी बन जाना
जीवन में सचमुच दलदल है

प्यार के बाहर खोज रहे क्या
सुमन प्यार का ही कायल है

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