जूते की महिमा बढ़ी, जूते का गुणगान।
चूक निशाने की भले, हैं चर्चित श्रीमान।।
जूता निकला पाँव से, वही बना हथियार।
सत्ता बहरी जग सके, ऐसा हो व्यवहार।।
भला चीखते लोग क्यों, करते क्यों हड़ताल?
जूते बनते शस्त्र जब, होता बहुत कमाल।।
जूती जो थी पाँव की, सर पे हुई सवार।
जनता की सरकार है, जनता आज कहार।।
वोट माँगने के समय, नेताजी हकलाय।
जूते की माला लिए, कहीं भीड़ आ जाय।।
कैसे कैसे लोग हैं, जनता के सरदार।
प्रायः संसद में करे, वे जूतम-पैजार।।
है जूते की नोक पर, लोगों का कल्याण।
मिलते ही कुर्सी करे, जनता का अपमान।।
जूते सुमन खरीद लें, करें उसे व्यवहार।
जनसेवक का हो रहा, जूते से श्रृंगार।।
चूक निशाने की भले, हैं चर्चित श्रीमान।।
जूता निकला पाँव से, वही बना हथियार।
सत्ता बहरी जग सके, ऐसा हो व्यवहार।।
भला चीखते लोग क्यों, करते क्यों हड़ताल?
जूते बनते शस्त्र जब, होता बहुत कमाल।।
जूती जो थी पाँव की, सर पे हुई सवार।
जनता की सरकार है, जनता आज कहार।।
वोट माँगने के समय, नेताजी हकलाय।
जूते की माला लिए, कहीं भीड़ आ जाय।।
कैसे कैसे लोग हैं, जनता के सरदार।
प्रायः संसद में करे, वे जूतम-पैजार।।
है जूते की नोक पर, लोगों का कल्याण।
मिलते ही कुर्सी करे, जनता का अपमान।।
जूते सुमन खरीद लें, करें उसे व्यवहार।
जनसेवक का हो रहा, जूते से श्रृंगार।।
13 comments:
वाह श्यामल जी
क्या धो धो कर जूते की महिमा में जूते मारे हैं ..........दोहे कमाल के हैं
औए ये तो बहूत ही कमाल है
निकला जूता पाँव से बना वही हथियार।
बहरी सत्ता जग सके ऐसा हो व्यवहार।।
aapki is post ko ratlam, Jhabua(M.P.), dahood(Gujarat) se Prakashit Danik Prasaran me prakashit karane ja rahan hoon.
kripaya, aap apan postal addres send karen, taki aapko ek prati pahoonchayi ja saken.
pan_vya@yahoo.co.in
जूता ही जूता ....जय हो .....
जूता ही जूता ....जय हो .....
वाह जी वाह आज के हालातों को कैद कर दिया अपने शब्दों से बेहतरीन रचना रच डाली आपने जय जूता जी महाराज
बहुत ख़ूब!
mujhe lagta he ab jaldi hi joota shree ki koi upaadhi deni shuru ho jaana chahiye..kyuki yah dour chal nikla he, joota pero se sir par pahuch chuka he..vese bhi joota mahima hamare shastro me bhi uplabdh he tab paaduka kahe jaate the..unhe samman se sir par lagaya jaata tha ab doosre roop me...
sab kuchh chalta he..
badhiya rachna he janaab
मजा आ गया सुमन जी...बढ़िया पुराण लिखा आपने...बधाई।
आप सबको मेरा हार्दिक आभार। यूँ ही स्नेह बनाये रखें।
सादर
श्यामल सुमन
09955373288
मुश्किलों से भागने की अपनी फितरत है नहीं।
कोशिशें गर दिल से हो तो जल उठेगी खुद शमां।।
www.manoramsuman.blogspot.com
shyamalsuman@gmail.com
बहुत बढिया ...
joota puran par yah sundar post padvane ke liye aapka shukria....
bahut badhiya.....
भाई वाह! तो आप भी जूतापंथ के अनुयायी हैं! अच्छा लगा.
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