बातें मीठी प्यार की, दिल में दिखा न प्यार।
किसे प्यार वो दे भला, जिसका प्यार उधार।।
आपस की तकरार में, छुपा हुआ है प्यार।
प्यार बने व्यापार जब, होता वहीं उधार।।
यहाँ प्यार ही जिन्दगी, और जिन्दगी प्यार।
प्यार लुटाने से बढ़े, क्योंकर जमा, उधार।।
हृदय सभी के पास है, हृदय प्रेम भण्डार।
देना नहीं उधार में, लेना नहीं उधार।।
सुमन लुटाया प्रेम जो, जीत लिया संसार।
व्याकुल जीते जी वही, रखता प्यार उधार।।
किसे प्यार वो दे भला, जिसका प्यार उधार।।
आपस की तकरार में, छुपा हुआ है प्यार।
प्यार बने व्यापार जब, होता वहीं उधार।।
यहाँ प्यार ही जिन्दगी, और जिन्दगी प्यार।
प्यार लुटाने से बढ़े, क्योंकर जमा, उधार।।
हृदय सभी के पास है, हृदय प्रेम भण्डार।
देना नहीं उधार में, लेना नहीं उधार।।
सुमन लुटाया प्रेम जो, जीत लिया संसार।
व्याकुल जीते जी वही, रखता प्यार उधार।।
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