अपने भीतर गंगा देख
पहले खुद को नंगा देख
खुशी खुशी तू गम को जी
तब जीवन सबरंगा देख
भारत सोने की चिड़िया
भटक रहे भिखमंगा देख
लोकतंत्र के मंदिर में
कुछ सियार हैं रंगा देख
कह करके भाई, भाई
करवाते क्यों दंगा देख
खुद जी ले, जीने भी दे
यार सभी को चंगा देख
सुमन विश्व भर में हमसब
फहरा रहे तिरंगा देख?




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