Saturday, December 17, 2022

उसको अकल मिलेगा

करनी  है जिसकी जैसी, वैसा ही फल मिलेगा।
अच्छा अभी से कर ले, अच्छा ही कल मिलेगा।।

कहते  हैं  यही  तुलसी, गीता  भी  यही कहती।
टकरा  के  जिन्दगी  भी, गंगा  की  तरह बहती।
तपता  है  जितना  सोना, उतना असल मिलेगा।।
अच्छा अभी से  ----------

पढ़ते  हैं  लोग  कितने, कुछ  तेज  निकलते हैं।
लाखों  के  बीच  इक - दो, रंगरेज  निकलते हैं।
जिन्दा  विचार  वाला,  अक्सर  अटल  मिलेगा। 
अच्छा अभी से  ----------

जग  में  सुमन  सभी की, अनमोल जिन्दगी है।
आपस  का  भाईचारा, मृदु - बोल  जिन्दगी है।
सोचे  समय  पे जो भी, उसको अकल मिलेगा।।
अच्छा अभी से  ----------

No comments:

हाल की कुछ रचनाओं को नीचे बॉक्स के लिंक को क्लिक कर पढ़ सकते हैं -
विश्व की महान कलाकृतियाँ- पुन: पधारें। नमस्कार!!!