ऐ दिल तू प्यार नहीं करना, धोखे कितने इस रस्ते में?
अक्सर वे देते जख्म जिन्हें, कहते अपने इस रस्ते में।
साहिल से सागर देख जरा, केवल पानी ही पानी है।
क्या प्यास बुझी तेरी चाहे, पानी जितने इस रस्ते में।
कहते सब जीवन को सपना, जीवन चलता है सपनों से।
जीवन जबतक देखो हरदम, नूतन सपने इस रस्ते में।
संघर्ष बहुत जीवन में तो, फिर प्यार भी बहुत जरूरी है।
इक जैसा मान रखो तो गम, लगता बंटने इस रस्ते में।
अपना जीवन हो कुन्दन सा, नित सीख सुमन तू जीवन से।
फिर अंधियारा इस जीवन से, लगता छंटने इस रस्ते में।
अक्सर वे देते जख्म जिन्हें, कहते अपने इस रस्ते में।
साहिल से सागर देख जरा, केवल पानी ही पानी है।
क्या प्यास बुझी तेरी चाहे, पानी जितने इस रस्ते में।
कहते सब जीवन को सपना, जीवन चलता है सपनों से।
जीवन जबतक देखो हरदम, नूतन सपने इस रस्ते में।
संघर्ष बहुत जीवन में तो, फिर प्यार भी बहुत जरूरी है।
इक जैसा मान रखो तो गम, लगता बंटने इस रस्ते में।
अपना जीवन हो कुन्दन सा, नित सीख सुमन तू जीवन से।
फिर अंधियारा इस जीवन से, लगता छंटने इस रस्ते में।
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