कोरोना का शोर बढ़ा है
विश्व, युद्ध की ओर बढ़ा है
पूंजीवादी अहंकार भी
जगह जगह घनघोर बढ़ा है
मर्यादा की भाषा छूटी
गिनती में मुंहजोर बढ़ा है
जो परिपूर्ण लगे हैं धन से
उन लोगों में चोर बढ़ा है
शक्ल भले इन्सानी है पर
कितना आदमखोर बढ़ा है
दुखियों की चिन्ता खबरों में
बता, कहाँ कमजोर बढ़ा है
देख सुमन इस आफत में भी
घर घर रिश्वतखोर बढ़ा है
विश्व, युद्ध की ओर बढ़ा है
पूंजीवादी अहंकार भी
जगह जगह घनघोर बढ़ा है
मर्यादा की भाषा छूटी
गिनती में मुंहजोर बढ़ा है
जो परिपूर्ण लगे हैं धन से
उन लोगों में चोर बढ़ा है
शक्ल भले इन्सानी है पर
कितना आदमखोर बढ़ा है
दुखियों की चिन्ता खबरों में
बता, कहाँ कमजोर बढ़ा है
देख सुमन इस आफत में भी
घर घर रिश्वतखोर बढ़ा है
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