बस तुझको सरकार चाहिए
लेकिन हमें सुधार चाहिए
आस लगाए घुट-घुट जीती
जनता का उद्धार चाहिए
हर सीमा पर है तनाव क्यों
इसका भी उपचार चाहिए
जो खबरें दे खून से लथपथ
ऐसा क्यों अखबार चाहिए
बेबस जनता लेकिन तुझको
अपना सिर्फ प्रचार चाहिए
ये पब्लिक जो सब जाने है
किसको कहाँ उतार चाहिए
सुमन सभी को संविधान से
मिला हुआ अधिकार चाहिए
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