अपने जैसा एक आदमी, बना सको तो जीत वही
दिल की बातें जो बिन बोले, समझ सके मनमीत वही
प्यार, प्यार रटने वालों की, कमी नहीं इस दुनिया में
जो आँखों के रस्ते दिल में, झट से उतरे प्रीत वही
चिड़ियों की कलरव हो चाहे, कलकल धारा नदियों की
सांसों तक में एक रिदम जो, सचमुच है संगीत वही
अपनी बातें तर्क सहित हम, अक्सर रखते दुनिया में
लोगों ने सच माना तो सच, वरना है विपरीत वही
स्वतः भावना निकले मुख से, आह, वाह कुछ सुनते ही
उठतीं दिल में जहाँ हिलोरें, सुमन सफल है गीत वही
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