Friday, December 25, 2020

डर लगता तेरे प्रणाम से

उसका काम तमाम करे हो
झुककर जिसे प्रणाम करे हो

माहिर हो अभिनय में प्यारे
भुतलाने का काम करे हो

शीत लहर में कृषक सड़क पे
तुम शासक आराम करे हो

सारे कड़वे खबर दबाकर
केवल अपना नाम करे हो

यार बगल में छूरी रखते
फिर मुख से क्यों राम करे हो

डर लगता तेरे प्रणाम से
क्यों प्रणाम, बदनाम करे हो

धर्म नाम पर बांट सुमन को
काहे दक्षिण, वाम करे हो

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