जान सभी को प्यारी है
सांस तलक भी भारी है
विश्व-गुरु के ख्वाब सजे
अपने घर लाचारी है
जंग चुनावी जीतो बस
काम यही सरकारी है
लाशों की ढेरों पर से
भाषणबाजी जारी है
नशा पिलाया वादों का
युवजन की मति मारी है
हे नायक अब तो चेतो
बहुत लचर तैयारी है
सुमन हौसला रख दिल में
मौत हमेशा हारी है
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