शब्द ब्रह्म कहलाते क्योंकि, यह अक्षर का मेल।
जगत है शब्दों का ही खेल।।
आपस में परिचय शब्दों से, शब्द प्रीत का कारण।
होते हैं शब्दों से झगड़े, शब्द ही करे निवारण।
कोई है स्वछन्द शब्द से, कसता शब्द नकेल।
जगत है शब्दों का ही खेल।।
शब्दों से मिलती ऊँचाई, शब्द गिराता नीचे।
गिरते को भी शब्द सम्भाले, या फिर टाँगें खींचे।
शासन का आसन शब्दों से, देता शब्द धकेल।
जगत है शब्दों का ही खेल।।
जीवन की हर दिशा-दशा में, शब्दों का ही मोल।
शब्द आईना अन्तर्मन का, सब कुछ देता बोल।
कैसे निकलें शब्द-जाल से, सोचे सुमन बलेल।
जगत है शब्दों का ही खेल।।
जगत है शब्दों का ही खेल।।
आपस में परिचय शब्दों से, शब्द प्रीत का कारण।
होते हैं शब्दों से झगड़े, शब्द ही करे निवारण।
कोई है स्वछन्द शब्द से, कसता शब्द नकेल।
जगत है शब्दों का ही खेल।।
शब्दों से मिलती ऊँचाई, शब्द गिराता नीचे।
गिरते को भी शब्द सम्भाले, या फिर टाँगें खींचे।
शासन का आसन शब्दों से, देता शब्द धकेल।
जगत है शब्दों का ही खेल।।
जीवन की हर दिशा-दशा में, शब्दों का ही मोल।
शब्द आईना अन्तर्मन का, सब कुछ देता बोल।
कैसे निकलें शब्द-जाल से, सोचे सुमन बलेल।
जगत है शब्दों का ही खेल।।
12 comments:
सुंदर सार्थक कविता....शुभकामनायें ...!!
बहुत सुन्दर सार्थक रचना,,
recent post : तड़प,,,
आपस में परिचय शब्दों से, शब्द प्रीत का कारण।
होते हैं शब्दों से झगड़े, शब्द ही करे निवारण।
कोई है स्वछन्द शब्द से, कसता शब्द नकेल।
जगत है शब्दों का ही खेल।।
शब्दों के महत्त्व को बखूबी परिभाषित किया है।
वाह सुमन जी बहुत बढ़िया. साधुवाद.
कल 03/12/2012 को आपकी यह बेहतरीन पोस्ट http://nayi-purani-halchal.blogspot.in पर लिंक की जा रही हैं.आपके सुझावों का स्वागत है .
धन्यवाद!
रहे शब्द बस लब्ध, शेष सब व्यर्थ रहा।
बहुत ख़ूब!
आपकी यह सुन्दर प्रविष्टि आज दिनांक 03-12-2012 को सोमवारीय चर्चामंच-1082 पर लिंक की जा रही है। सादर सूचनार्थ
बहुत ख़ूब!
आपकी यह सुन्दर प्रविष्टि आज दिनांक 03-12-2012 को सोमवारीय चर्चामंच-1082 पर लिंक की जा रही है। सादर सूचनार्थ
वाकई जगत शब्दों का खेल है |अच्छी रचना |
शब्द न होते... तो हम 'हम' ही कहाँ होते...
~सार्थक रचना !
~सादर !!!
आपके अद्भुत लेखन को नमन
बहुत सराहनीय प्रस्तुति.
बहुत सुंदर
होते हैं शब्दों से झगड़े, शब्द ही करे निवारण।
कोई है स्वछन्द शब्द से, कसता शब्द नकेल।
जगत है शब्दों का ही खेल।।
(नानक दुखिया सब संसार
एक माह आपके परिवार में रह कर आयी
बहुत बहुत धन्यवाद आभार
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