अगर लडाई हो भाई से
कुछ दिन जी लो तन्हाई से
समाधान निश्चित निकलेगा
जरा सोच तू गहराई से
एक एक से ग्यारह बनता
घर जुड़ता पाई - पाई से
रौशन घर है पर बच्चे को
माँ का प्यार मिला दाई से
रोज खजाना भरता कहते
लोग मरे क्यों मँहगाई से
मंदिर-मस्जिद जाते लाखों
बहुतों की दूरी सांई से
है विश्वास सुमन जोड़े तो
पर्वत बनता है राई से




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