श्रद्धा से घर घर में गाते, सब तेरे यशगान।
तुम्हारा त्याग और बलिदान, नहीं भूलेगा हिन्दुस्तान।।
देश की माटी खातिर तू ने, अपना सब कुछ लुटा दिया।
और वक्त आया तो लड़के, दुश्मन को भी झुका दिया।
इसीलिए पग पग पर पूजित, तेरे अमर निशान।
नहीं भूलेगा हिन्दुस्तान।।
सबने देखा आजादी का, तुम आए सूरज लेकर।
तुम तो चले गए दुनिया से, छोड़ गए धीरज देकर।
उसी प्रेरणा से सरहद पर, लड़ते वीर जवान।
नहीं भूलेगा हिन्दुस्तान।।
दो आशीष हमें बलिदानी, देश की शान बचा पाएँ।
अगर जरूरत पड़ जाए तो, खुद की जान लुटा पाएँ।
इसी राह पर गिरे सुमन को, मिलता नित सम्मान।
नहीं भूलेगा हिन्दुस्तान।।
तुम्हारा त्याग और बलिदान, नहीं भूलेगा हिन्दुस्तान।।
देश की माटी खातिर तू ने, अपना सब कुछ लुटा दिया।
और वक्त आया तो लड़के, दुश्मन को भी झुका दिया।
इसीलिए पग पग पर पूजित, तेरे अमर निशान।
नहीं भूलेगा हिन्दुस्तान।।
सबने देखा आजादी का, तुम आए सूरज लेकर।
तुम तो चले गए दुनिया से, छोड़ गए धीरज देकर।
उसी प्रेरणा से सरहद पर, लड़ते वीर जवान।
नहीं भूलेगा हिन्दुस्तान।।
दो आशीष हमें बलिदानी, देश की शान बचा पाएँ।
अगर जरूरत पड़ जाए तो, खुद की जान लुटा पाएँ।
इसी राह पर गिरे सुमन को, मिलता नित सम्मान।
नहीं भूलेगा हिन्दुस्तान।।
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