उन आँखों में नूर बहुत है
जिनकी मंजिल दूर बहुत है
खुशी चाहिए केवल उनके
जीवन में नासूर बहुत है
उनकी उलझी सूरत देखो
होश हुए काफूर बहुत है
इन्सानों सा दिखते लेकिन
दयाहीन वो क्रूर बहुत है
चुना सुमन पथरीले रस्ते
जो दिल से मंजूर बहुत है
1 comment:
बहुत खूबसूरत...
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