मान मिला अपमान मिला है
दोनों ही वरदान मिला है
सम होकर दुख सुख जीते जो
उसको तो भगवान मिला है
जीवन के पथरीले रस्ते
कभी कभी आसान मिला है
जब रिसते हैं अपने रिश्ते
अच्छा, जो अनजान मिला है
वो तारीफ लगे गाली जब
प्रायोजित सम्मान मिला है
जीते जो सम्वेदित होकर
उसको सच्चा ज्ञान मिला है
सच से आँख मिलाकर जीते
सुमन एक नादान मिला है
दोनों ही वरदान मिला है
सम होकर दुख सुख जीते जो
उसको तो भगवान मिला है
जीवन के पथरीले रस्ते
कभी कभी आसान मिला है
जब रिसते हैं अपने रिश्ते
अच्छा, जो अनजान मिला है
वो तारीफ लगे गाली जब
प्रायोजित सम्मान मिला है
जीते जो सम्वेदित होकर
उसको सच्चा ज्ञान मिला है
सच से आँख मिलाकर जीते
सुमन एक नादान मिला है
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