बिछुड़े को अपनाना होगा
तुझ पे और निशाना होगा
नहीं जमूरा, बनो सियासी
मगर सड़क पे आना होगा
साथ तुम्हारे निर्धन, बेबस
उधर प्रशासन, थाना होगा
पाँच बरस पर भीख माँगने
हर नायक को आना होगा
मत फँसना मीठे वादों में
झूठे को ठुकराना होगा
सदा अहिंसा, लोक-जागरण
यह हथियार बनाना होगा
साथ सभी को ले चलने को
गीत सुमन के गाना होगा
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