हर रावण पे जीत राम है
मानवता का मीत राम है
नित्य आचरण व्यवहारों में
जीवन का संगीत राम है
नफरत के बाजारों में भी
सबके दिल में प्रीत राम है
मिल्लत से आपस में जीना
यह सामाजिक रीत राम है
नित रावण से लड़े लड़ाई
लेकिन यार अजीत राम है
राह मिली जीने की सुन के
जीवन का वो गीत राम है
धरा गगन या सुमन डाल पे
सच पूछो मनमीत राम है
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