अब तो वही सफल होता है
जिसके भीतर छल होता है
पछतावे के जो भी आँसू
बिल्कुल गंगाजल होता है
मानव के द्वारा मानव का
अक्सर रोज कतल होता है
हर युग में शोषण उनका ही
जो जितना निर्बल होता है
वही मुर्जना बनते जिनको
पैसा और मसल होता है
मानव - मूल्य बचाने वाला
दिल से बहुत सबल होता है
राह सुमन बस इक सच्चाई
सच ही अचल-अटल होता है
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