Saturday, December 17, 2022

मातु-पिता भगवान मुसाफिर

सुख दुख हो स्वीकार मुसाफिर
तब  जीवन  विस्तार   मुसाफिर
अच्छी   सन्तानें   जिस   घर  में
वही  सुखी  परिवार   मुसाफिर

          जीवन  है  इक रेल मुसाफिर
          बिछुड़न है तो मेल मुसाफिर
          कभी  नहीं  समझो ये जीवन
          बस पैसों का खेल मुसाफिर

संभव सदा सुधार मुसाफिर
जिन्दा रहे विचार मुसाफिर
इक  समान बच्चे - बूढ़े को 
देते  रहना  प्यार मुसाफिर

          मन की गांठें खोल मुसाफिर
          नहीं झूठ का मोल मुसाफिर
          सदा   सहेजो   सम्बन्धों  को
          रिश्ते   हैं अनमोल मुसाफिर

जीवन हर पल गीत मुसाफिर
हार  कभी तो जीत  मुसाफिर
अपनी   सन्तानें   ही   अक्सर
मातु - पिता के मीत मुसाफिर 

          सब रिश्तों से आस मुसाफिर 
          कुछ  हो ते हैं खास मुसाफिर
          हमें  बढ़ाना  नित परिजन में
          आपस का विश्वास मुसाफिर 

नेक  वही   सन्तान  मुसाफिर
रखे सभी का ध्यान मुसाफिर
बात सुमन  ये  कभी ना भूलो
मातु-पिता भगवान मुसाफिर 

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