Wednesday, May 15, 2019

आँखों में गंगाजल आया

आज धूप कल बादल आया
नहीं जिन्दगी का हल आया

अपनों से जब मिला भरोसा
जीवन में नूतन बल आया

मिले भले या बिछुड़े अपने
आँखों में गंगाजल आया

दिल से प्यार हुआ जिससे वो
बंद आँख में पल पल आया

समझे थे आसान जिन्दगी
पर रस्ते में दलदल आया

बाहर जब ओढ़ा खामोशी
भीतर में कोलाहल आया

चोट लगे पर मत घबराना
पीकर छाछ सुमन जल आया 

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