दिल में चाहत रहती हरदम, सच्चाई के साथ रहें
शासक चाहे हम नफरत की, रानाई के साथ रहें
प्यार से जिसने गद्दी सौंपी, मत नाचो उसके सर पे
आम लोग चिन्तित वो कैसे, बलवाई के साथ रहें
भाई - भाई कहने या फिर, बनने में कुछ अन्तर है
रहें जहाँ भाई - भाई बन, हम भाई के साथ रहें
साथ रहे हैं हम सदियों से, साथ प्यार के जीते हैं
पर उनकी कोशिश कि जनता, सौदाई के साथ रहें
इन्सां वही मुकम्मल है जो, प्यार की खुशबू जाने है
जिसे नहीं पहचान सुमन की, रुसवाई के साथ रहें
नोट - रानाई - अक्लमंदी, बलवाई - उत्पात मचानेवाला,
सौदाई - सनकी, रुसवाई - बदनामी
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