जितना जिसका काम मुसाफिर
उतना उसका नाम मुसाफिर
वक्त करे इन्साफ, किसी को
मत करना बदनाम मुसाफिर
सभी काम के दाम मुसाफिर
मिल जाता परिणाम मुसाफिर
चाहो तो जीसस, अल्ला संग
मिल सकते हैं राम मुसाफिर
जब आजीवन काम मुसाफिर
हर दिन सुबहो शाम मुसाफिर
फिर भी बहुत निठल्ले करते
बेच लाज विश्राम मुसाफिर
शीत कहीं तो घाम मुसाफिर
पर करना नित काम मुसाफिर
करना पक्ष सबल जीवन के
जितने भी आयाम मुसाफिर
हुए कई गुलफाम मुसाफिर
लगभग सब नाकाम मुसाफिर
चमन सजाया वही लगन से
जिसका सच्चा काम मुसाफिर
चाहे दक्षिण, वाम मुसाफिर
भले अलग आयाम मुसाफिर
काम करो मिल भारत खातिर
तभी सुखद परिणाम मुसाफिर
भले शहर या गाम मुसाफिर
सभी देश के नाम मुसाफिर
चलो सुमन संग मुल्क बनाने
करो नया नित काम मुसाफिर
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