एक गवाह जुटाता है,
दूसरा गवाह से पूछता है,
लेकिन आजकल दोनों,
एक दूसरे को कूटता है,
वहीं तीसरा भी है
जो अन्दर ही अन्दर
दोनों को लूटता है।
वह तीसरा कौन हैॽ
इस बात पर लगभग,
पूरा देश मौन है।
नोट - अग्रज धूमिल जी से मुआफी की अपील के साथ
No comments:
Post a Comment