Tuesday, January 14, 2020

सब कुछ बदल रहा है

मेरा देश जल रहा है
सबकुछ बदल रहा है

दुनिया के देश बढ़ते
ये क्यों फिसल रहा हैॽ

कानून को ये हर दिन
पल पल मसल रहा है

आवाज आम जन की
बल से कुचल रहा है

लाखों घरों में चूल्हा
मुश्किल से जल रहा है

आपस में भेद करना
उसका शगल रहा है

बस जागरण सुमन का
सब दिन से बल रहा है

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