तेरी चाल समझ ना आई कोरोना
खड़ा सामने है दुखदाई कोरोना
जमकर लूटा हमसब ने ही कुदरत को
तब अपनी औकात दिखाई कोरोना
मानो सबकी खुशियों को ही ग्रहण लगा
नहीं कहीं बजती शहनाई कोरोना
सूनी सड़कें और शहर भी है सूना
बसी उदासी है अंगनाई कोरोना
सभी सजग हैं सुमन अभी भारतवासी
कर लेंगे तुमसे रुसवाई कोरोना
खड़ा सामने है दुखदाई कोरोना
जमकर लूटा हमसब ने ही कुदरत को
तब अपनी औकात दिखाई कोरोना
मानो सबकी खुशियों को ही ग्रहण लगा
नहीं कहीं बजती शहनाई कोरोना
सूनी सड़कें और शहर भी है सूना
बसी उदासी है अंगनाई कोरोना
सभी सजग हैं सुमन अभी भारतवासी
कर लेंगे तुमसे रुसवाई कोरोना
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