Wednesday, August 18, 2021

आसमान भी धरती पर

जीवन के सारे सवाल का, समाधान भी धरती पर
दूर भले पर देखो झुकता, आसमान भी धरती पर

ऋषि-मुनि, सच्चे संतों की, है सदियों से भीड़ जहाँ 
लेकिन अब तो भरे पड़े हैं, बेईमान भी धरती पर

अमन चैन हम लाते अक्सर, बिगड़े जब हालात कहीं 
मगर शांति कायम करने को, उलगुलान भी धरती पर

पूछ नहीं मेहनतकश की है, घुटती रहतीं प्रतिभाएं
लेकिन कुछ चमके हैं इसमें, भाग्यवान भी धरती पर

लोक-चेतना जगेगी निश्चित, पहले तू खुद जागो तो
जगे लोग ही सुमन करे है, आह्वान भी धरती पर

No comments:

हाल की कुछ रचनाओं को नीचे बॉक्स के लिंक को क्लिक कर पढ़ सकते हैं -
विश्व की महान कलाकृतियाँ- पुन: पधारें। नमस्कार!!!