लाया है बैशाख तपिश तो, चल सावन की बात करें
जो हालात विवश कर दे फिर, परिवर्तन की बात करें
रोटी, शिक्षा और चिकित्सा, इतना भी गर मिल जाए
आमलोग तब आपस में नित, घर-आँगन की बात करें
बच्चे जो भी आज हमारे, वो कल के नायक होंगे
नफरत की आँधी हम रोकें, उसी जतन की बात करें
खून बहाया जो धरती पर, क्या उसने कुछ पाया है?
दर्ज सभी है इतिहासों में, नये चलन की बात करें
आपस में मिल्लत हो जितना, दुनिया उतनी बेहतर हो
प्यार की खुशबू घर घर बाँटे, चलो सुमन की बात करें
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