प्यार की ये अक्सर कहानी,
लोग कहते जुबानी।
दिखलाते जख्म की निशानी,
भर के आँखों में पानी।।
प्यार से है जीवन का रिश्ता अनोखा,
लोग जहाँ अक्सर ही खाते हैं धोखा,
करे घुर-फिर वही नादानी।
भर के आँखों में पानी।।
सदियों से प्यार लोग करते यहीं पे
प्यार करे किसको और जीते कहीं पे
ये तो हकीकत बयानी।
भर के आँखों में पानी।।
प्यार जगे दिल में तो आँखों से बातें
कितनों की आँखों में कटती हैं रातें
आदत सुमन बचकानी।
भर के आँखों में पानी।।
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