Tuesday, August 23, 2022

मैं सबमें मुझमें सब देखो

कभी  देख  चाहे  अब  देखो
मैं  सबमें   मुझमें  सब  देखो

वही  खुदा  हैं  चोरों  के  भी
नित  चोरों  के  करतब देखो

मंदिर - मस्जिद  में नक्काशी
सुन्दर  पत्थर   या  रब  देखो

तन  सोता  पर  साँसें चलतीं
रुक  जाए तन  को तब देखो

रोज  परख  खुद की सच्चाई
अभी नहीं तो फिर कब देखो

जो   मुँह   मोड़े   सच्चाई  से
अक्सर  ऑंखें डब-डब देखो

सुमन  हाथ  में  दर्पण हरदम
तेरी  इच्छा  जब - जब  देखो

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